राजस्थान के ऐसे किले जहां आज भी गूंजती हैं रानियों की चीखें

राजस्थान की रूहों से भरी हवाओं में छुपे हैं राज

राजस्थान सिर्फ रंग, संस्कृति और इतिहास का प्रतीक नहीं, बल्कि रहस्यों और आत्माओं की भी धरती है। ये धरती सैकड़ों युद्धों की साक्षी रही है, जहां वीर योद्धाओं ने बलिदान दिया और रानियों ने जौहर किया। ऐसे कई किले आज भी इन कहानियों की गवाह हैं – जहां रानियों की चीखें, बुझती लौ की सिसकियां और वीरों की तलवारें गूंजती हैं। इन किलों की दीवारों से जो आवाजें आती हैं, वे आज भी रूह कंपा देती हैं। इस लेख में हम बात करेंगे राजस्थान के उन किलों की, जो रहस्यमय घटनाओं और भूतिया कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं।


राजस्थान के भूतिया किलों का रहस्य

राजस्थान में कई किले हैं जहां पर अजीब घटनाएं घटित होती हैं – जैसे रात में कोई साया घूमता दिखाई देना, अचानक रौशनी का गायब होना, या कोई महिला की चीख सुनाई देना।


1. भानगढ़ किला – भारत का सबसे डरावना किला

भानगढ़ किले का रात का रहस्यमयी दृश्य, रानी की आत्मा और धुंध में डूबा किला"


स्थान: अलवर, राजस्थान
विशेषता: ASI द्वारा रात्रि प्रवेश वर्जित

भानगढ़ का नाम सुनते ही रूह कांप उठती है। कहा जाता है कि यहाँ एक तांत्रिक ने श्राप दिया था जिसके बाद पूरा नगर नष्ट हो गया। लोग कहते हैं कि रात को यहां आत्माएं भटकती हैं। कोई संगीत सुनाई देता है तो कहीं महिलाओं की चीखें।

इतिहास और रहस्य:

भानगढ़ का किला अलवर जिले में स्थित है। कहते हैं कि एक तांत्रिक ने रानी रत्नावती पर मोहित होकर उस पर जादू किया, लेकिन रानी की चतुराई से वह मारा गया और मरते वक्त उसने किले को श्राप दे दिया। तभी से यह किला उजड़ा हुआ है और रात के समय यहां जाना भारत सरकार द्वारा निषिद्ध है।

प्रमुख आकर्षण:

  • रानी रत्नावती का महल
  • पुरानी हवेलियाँ
  • खंडहरों में घूमती अजीब सी हवा

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2. कुंभलगढ़ किला – जहां आत्माएं करती हैं पहरा

कुंभलगढ़ किला का चांदनी रात में दृश्य, पहाड़ियों पर फैला विशाल किला और रहस्यपूर्ण वातावरण"

स्थान: राजसमंद जिला
विशेषता: दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार

15वीं सदी में बना यह किला जितना विशाल है, उतना ही रहस्यमयी भी। इसकी दीवारों की लंबाई लगभग 36 किलोमीटर है। कहा जाता है कि यहां आत्माओं का वास है और कई लोगों को रहस्यमयी अनुभव हुए हैं।

कुंभलगढ़ का निर्माण महाराणा कुम्भा ने करवाया था। यह किला 36 किमी लंबी दीवार से घिरा हुआ है और इसे “भारत की चीन की दीवार” कहा जाता है। युद्धों में जान गंवाने वाले सैकड़ों सैनिकों और रानियों की आत्माएं यहां भटकती हैं।

रहस्य:

  • रात के समय यहां के कुछ हिस्सों में अजीब आवाजें सुनाई देती हैं।
  • स्थानीय लोग रात में किले की ओर नहीं जाते।

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3. रणथंभौर किला – जौहर की सिसकती दास्तां

"रणथंभौर किले का सुबह का दृश्य, जौहर की यादें और किले की वीरान दीवारें"

स्थान: सवाई माधोपुर

विशेषता: टाइगर रिज़र्व के बीच स्थित

रणथंभौर किला भले ही अब टाइगर सफारी के लिए जाना जाता है, लेकिन इसका अतीत रक्तरंजित युद्धों और आत्मबलिदानों से भरा है। कहा जाता है कि रात को किले से युद्ध की आवाज़ें सुनाई देती हैं।

रणथंभौर किला सवाई माधोपुर में स्थित है। मुगलों और राजपूतों के बीच हुए संघर्ष में कई रानियों ने जौहर किया। कहा जाता है कि उनकी चीखें आज भी इन दीवारों में गूंजती हैं।

क्या देखने को मिलेगा:

  • जौहर कुंड
  • पुराने मंदिर
  • किले की ऊंची दीवारें

घूमने का सही समय

राजस्थान के इन किलों को घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है जब मौसम ठंडा और साफ होता है। गर्मियों में दिन काफी गर्म होते हैं, जिससे सफर मुश्किल हो सकता है।


कैसे पहुंचे?

भानगढ़ किला:

  • निकटतम रेलवे स्टेशन: अलवर (40 किमी)
  • एयरपोर्ट: जयपुर एयरपोर्ट (90 किमी)
  • रोड द्वारा: दिल्ली और जयपुर से सीधी बस/टैक्सी सुविधा

कुंभलगढ़ किला:

  • रेलवे स्टेशन: फालना या उदयपुर
  • एयरपोर्ट: उदयपुर (85 किमी)
  • सड़क मार्ग: उदयपुर से टैक्सी सुविधा

रणथंभौर किला:

  • रेलवे स्टेशन: सवाई माधोपुर (10 किमी)
  • एयरपोर्ट: जयपुर
  • बस सेवा: राजस्थान रोडवेज की बसें उपलब्ध

टिकट और टाइमिंग की जानकारी

किला टिकट दर (भारतीय/विदेशी) समय
भानगढ़ निःशुल्क सुबह 6 से शाम 6
कुंभलगढ़ ₹40 / ₹600 सुबह 9 से शाम 6
रणथंभौर ₹50 / ₹600 सुबह 6 से शाम 5

राजस्थान टूरिज्म वेबसाइट


लोकल मार्केट और खानपान

  • भानगढ़: स्थानीय गांवों में राजस्थानी खाना जैसे दाल बाटी चूरमा मिल जाता है।
  • कुंभलगढ़: यहां पास के होटल और ढाबों में पारंपरिक थाली मिलती है।
  • रणथंभौर: होटल में शुद्ध शाकाहारी खाना मिलता है

आसपास घूमने लायक जगहें

  • भानगढ़: सरिस्का टाइगर रिजर्व, अजबगढ़ किला
  • कुंभलगढ़: हल्दीघाटी, रणकपुर जैन मंदिर
  • रणथंभौर: नेशनल पार्क, जोगी महल, सूरवल झील

राजस्थान के अन्य किले


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. क्या भानगढ़ किले में रात को रुक सकते हैं?
नहीं, भारत सरकार ने रात में प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है।

2. क्या इन किलों में जाना सुरक्षित है?
दिन में जाना सुरक्षित है लेकिन स्थानीय गाइड से जानकारी लेकर ही जाएं।

3. क्या भूत-प्रेत की घटनाएं सच हैं?
इन कहानियों के पीछे इतिहास है, लेकिन इनके अनुभव व्यक्ति पर निर्भर करते हैं।

4. कौन-सा किला सबसे डरावना माना जाता है?
भानगढ़ किला भारत का सबसे डरावना किला माना जाता है।

5. क्या इन किलों तक परिवार सहित जाया जा सकता है?
हां, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों के लिए रात में यात्रा उचित नहीं है।


यह आर्टिकल राजस्थान के उन किलों की सैर कराता है, जहां इतिहास, दर्द और रहस्य साथ-साथ चलते हैं। अगर आप सच्चे ट्रैवल प्रेमी हैं और इतिहास की परतों में छुपी कहानियां जानना चाहते हैं, तो इन किलों की यात्रा जरूर करें – लेकिन दिल मजबूत करके!

Internal Links Recap:


भूतिया किले

 रहस्यमयी स्थान

 राजस्थान

भारत के किले

हॉरर ट्रेवल

Bhangarh Fort

Haunted Places India

डिस्क्लेमर:

इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न ऐतिहासिक स्रोतों, लोककथाओं और इंटरनेट पर उपलब्ध संदर्भों के आधार पर प्रस्तुत की गई है। इस आर्टिकल का उद्देश्य केवल पाठकों को जानकारी और मनोरंजन प्रदान करना है। यदि किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या संस्था को इससे कोई आपत्ति हो, तो कृपया हमसे संपर्क करें, हम आवश्यक सुधार अवश्य करेंगे। यह लेख किसी भी प्रकार की अंधविश्वास या अज्ञानता को बढ़ावा नहीं देता।


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